Monday, July 23, 2007

रेकी परिचय ३

' रे ' अर्थात सार्वभोमिक { युनिवर्सल } एवम ' की ' अर्थात प्राणशक्ति { लाइफ फोर्स एनेर्जी } वह जीवन शक्ति जो इश्वर प्रदत हे और हर जीवात्मा मे व्याप्त है । यह शक्ति हमारे हाथो मे होती है और इस शक्ति का जागरण किसी योग्य { रेकी ग्रैंड मास्टर } गुरू के शक्तिपात { initiation } द्वारा ही संभव होता है । तिब्बत एवम भारत मे इस शक्ति को पुनर्जीवित कराने वाले जापान के साधक डाक्टर मिकाओ ऊसुई माने जाते है । ऊसुई के योग्य शिष्य डाक्टर छुज़ीरो हयाशी ने इस विद्या को डिग्रीयों मे अर्थात कोर्स का विभाजन कर के इसे सीखना अधिक सुविधाजनक बना दिया हे । डाक्टर छुज़ीरो हयाशी की शिष्या मैडम हवायो टकाटा रेकी मे प्रथम महिला हें । जापान से बाहर रेकी को पंहुचा कर मैडम हवायो टकाटा ने मानवता का कल्याण किया है ।