Friday, September 7, 2007

रेकी द्वितीय डिग्री कोर्स

द्वितीय डिग्री कोर्स के शक्तिपात से { Attunement } रेकी तरंगो का प्रभाव व्यक्ति के चक्रो पर अधिक प्रभावशाली ढंग से पड़ता है । इस कोर्स मे रेकी के तीन सिम्बल { प्रतीक } सिखाये जाते हैं । इस कोर्स मे परामानासिक शक्तियों का परिचय दिया जाता हैं । यन्त्र , तंत्र , मन्त्र , पिरामिड यन्त्र , कुंडलिनी , पेंडुलम के लाभ बताये जाते हैं । रेकी शक्ति सिम्बल { Power symbol } के दारा सजीव या निर्जीव शक्ति बढ़ जाती है । गलत व्यक्ति , वस्तु या वातावरण की नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा बताई जाती हैं । मानसिक या भावनात्मक सिम्बल { mental and emotional symbol } से गलत आदतो से छुटकारा तथा एकाग्रता , स्मरणशक्ति , पारिवारिक संबंधो को सुधारने की कला सिखायी जाती है । खोई वस्तुए भी इस सिम्बल के ध्यान से मिल जाती हैं । दूर उपचारक सिम्बल { distant symbol } रेकी मे बहुत प्रभावशाली है । इसका उपयोग शक्ति , सुरक्षा , उपचार , शक्तिपात , भविष्य मे उन्नति तथा मनोकामना पूर्ति के लिये होता है ।
द्वितीय डिग्री कोर्स मे मस्तिशिक की मूलभूत तरंगो का परिचय तथा अल्फ़ा लेबल के उपयोग ओर ध्यान की विधियां बताई जाती हैं ।
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